कोशिका की संरचना और इसके कार्य / structure of cell and its function

   कोशिका ( structure of cell and its function) 

 विज्ञान  की वह शाखा जिसमे कोशिका तथा उसके कार्यो का अध्ययन किया जाता है कोशिका विज्ञान (Cytology)  कहलाता है । (कोशिका की संरचना और इसके कार्य / structure of cell and its function)  कोशिका को जीवन की सरचनात्मक तथा क्रियात्मक इकाई माना जाता है संसार के सभी जीव (चाहे वह जीवाणु जितना छोटा हो या फिर व्हेल मछली जितना बङा हो ) तथा पादपो का निर्माण कोशिका से ही हुआ है।  इसे संसार की सबसे छोटी इकाई माना जाता है । 
कोशिका की सर्वप्रथम खोज 1665 ई मे वनस्पति वैज्ञानिक राबर्ट हुक ने निर्जीव माध्यम मे किये थे जिसके कारण इन्हे कोशिका विज्ञान का जनक कहा जाता है। तथा सजीव माध्यम मे कोशिका की खोज 1683 ई मे एन्टोनी वान ल्यूवेनहाक नामक वैज्ञानिक ने की थी । तत्पश्चात 1938 मे दो वैज्ञानिक श्लाइडेन तथा श्वान ने कोशिका सिद्धांत दिया था। 




structure of cell and it's function




जन्तु कोशिका तथा पादप कोशिका मे अंतर 



पादप कोशिका जन्तु कोशिका
पादपों मे कोशिका भित्ती पाई जाती है और यह कोशिका भित्ती सेलुलोज की बनी होती है। जन्तु कोशिका मे कोशिका भित्ती अनुपस्थित होती है तथा जन्तुओ मे कोशिका जीवद्रव्य झील्ली से ढकी रहती है।
पादपो मे प्रायः लाइसोसोम नही पाया जाता है । जन्तु मे लाइसोसोम प्रायः कोशिका झिल्ली मे पायी जाती है ।
पादपो मे पर्णहरित पाया जाता है कुछ पौधों को छोङ कर जैसे कि कवक, जीवाणु आदि । जन्तुओं मे पर्णहरित नही पाया जाता है।
समान्यतः पादपो की कोशिकाओ मे तारक नही पाये जाते। अधिकांश जन्तुओ की कोशिकाओ मे तारक पाये जाते है ।
पादप कोशिका मे रिक्तिकाये पाये जाती है । जन्तु कोशिका मे रिक्तिकाये नही पायी जाती है ।
पादप कोशिका मे लवक पाये जाते है । जन्तु कोशिका मे लवक नही पाये जाते है।
पादप कोशिका का सबसे बङा कोशिकांग हरित लवक को माना जाता है । तथा जन्तु कोशिका का सबसे बङा कोशिकांग केन्द्रक को माना जाता है।

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कोशिका के प्रकार( structure of cell and its function)

कोशिका दो प्रकार की होती है जिन्हे क्रमशः प्रोकैरियोटिक कोशिका तथा यूकैरियोटिक कोशिका कहते है 


प्रोकैरियोटिक कोशिका यूकैरियोटिक कोशिका
प्रोकैरियोटिक कोशिका एक अल्प विकसित कोशिका होती है। यूकैरियोटिक कोशिका एक विकसित कोशिका होती है ।
इसमे केंद्रक विकसित अवस्था मे नही होता है। इसमे केंद्रक विकसित अवस्था मे होता है।
माइट्रोकाण्डिया जैसे कोशिकांग विकसित अवस्था मे नही होते है। माइट्रोकाण्डिया जैसे कोशिकांग विकसित अवस्था मे होते है।
जिवाणु तथा नीले हरे शैवालो मे प्रोकैरियोटिक कोशिका पायी जाती है। समान्यता सभी जन्तुओ मे यूकैरियोटिक कोशिका पायी जाती है।
इसमे कोशिका भित्ती प्रोटीन तथा कार्बोहाइड्रेट से बनी होती है। इसमे कोशिका भित्ती सैल्युलोज की बनी होती है।

Note:-
  1. प्रकृति की सबसे बङी कोशिका शुतुरमुर्ग का अण्डा होती है जबकी सबसे छोटी कोशिका PPLO या माइकोप्लाज्मा होती है।
  2. PPLO  - Pleuro Pneumonia Like Organisms
  3. मनुष्य के शरीर की सबसे बङी कोशिका न्यूरोन या तंत्रिका कोशिका होती है जबकी सबसे छोटी कोशिका शुक्राणु कोशिका होती है। 
  4. यूकैरियोटिक कोशिका दो प्रकार की होती है जिन्हे क्रमशः जन्तु कोशिका तथा पादप कोशिका कहा जाता है। 
  5. जन्तु तथा पादप दोनो प्रकार की कोशिकाओं का सबसे छोटा कोशिकांग राइबोसोम्स को माना जाता है।
              

कोशिका के मुख्य भाग 

जब इलेक्ट्रान सूक्ष्मदर्शी द्वारा पादप कोशिका को देखा गया तो इसमे कई सूक्ष्म पदार्थ तथा कोशिकांग दिखाई दिये। कोशिका के अंगो को कोशिकांग कहते है ।  (structure of cell and its function)

जीवद्रव्य (Protoplasm)   

यह कोशिका के अंदर पाया जाने वाला एक प्रकार का तरल पदार्थ है जिसकी खोज सर्वप्रथम डुजार्डिन नामक वैज्ञानिक ने की थी तथा इसका नाम जीवद्रव्य सर्वप्रथम पुरकिंजे नामक वैज्ञानिक ने दिया था । जीवद्रव्य मे लगभग 80 से 90 प्रतिशत जल रहता है तथा शेष भाग मे कार्बनिक तथा अकार्बनिक पदार्थ पाया जाता है। जीवद्रव्य को जीवन का भौतिक आधार माना जाता है अर्थात जीवद्रव्य की उपस्थिती के कारण ही कोशिका जीवित अवस्था मे रहती है । (कोशिका की संरचना और इसके कार्य / structure of cell and its function)
जीव द्रव्य को दो भागों मे बाटाँ गया है जिन्हे क्रमशः कोशिका द्रव्य तथा केन्द्रक कहा जाता है ।

                        
              

कोशिका कला (Cell Memberane)

कोशिका कला पादप कोशिका मे यह एक पतली झिल्ली के समान होती है जो कोशिका भित्ति के बाद पाई जाती है तथा यह कोशिका की सबसे बाहरी परत को बनाती है । यह चयनात्मक पारगम्य झिल्ली की तरह काम करती है अर्थात यह पदार्थो का चयन करके ही उन्हे कोशिका के भीतर व बाहर जाने देती है इसके इसी गुण के कारण ही कोशिका कला को कोशिका का चौकीदार या सुरक्षागार्ड कहा जाता है । कोशिका कला प्रोटीन तथा लिपिड से मिलकर बनी होती है । 
कोशिका की संरचना और इसके कार्य  structure of cell and its function

गाल्जीकाय (Golgibodies)

















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